रामकृष्ण-विवेकानंद भाव प्रचार परिषद के 12वें अर्द्धवार्षिक सम्मेलन का शनिवार को शुभारंभ किया गया। कटघरिया स्थित नंदपुर के रामकृष्ण धाम में हुए सम्मेलन के प्रथम सत्र में स्वामी कृष्णानंद पुरी राष्ट्रीय एकता व विश्व शांति के लिए भागवत गीता को जरूरी बताया।
उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि अगर आप भगवान को पाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको जंगल जाने की जरूरत नहीं, बल्कि स्वयं के भीतर झांकने की और खुद को जानने की जरूरत है। रोशनी तभी मिलती है, जब दीपक जलता है। इसी तरह ज्ञान तभी प्राप्त होता है, जब हम ज्ञान को पाने के लिए तप करते हैं।
उद्घाटन सत्र में गीता उद्बोधन, त्याग और सेवा, श्रीराम कृष्णवचनामृत सहित अन्य विषयों पर संतों के प्रवचन हुए शाम को उपासना सत्र संपन्न हुआ और रविवार,12 नवंबर को सम्मेलन का समापन हुआ । कार्यक्रम को स्वामी मुक्तिनाथानंद, स्वामी गुणाश्रयानंद, स्वामी धर्मानंद, स्वामी प्रतिभानंद ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर सुरेन्द्र निगल्टिया, राम सिंह डोगरा, खीमानंद पांडे सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
Youtube Link : https://youtu.be/Eh5zm_WmGOI
SRKS, Moradabad
prateekb786@yahoo.co.in
www.facebook.com/SriRamakrishnaSevashramMoradabad2016
www.linkedin.com/in/sri-ramakrishna-sevashrama-moradabad-12126a36
www.youtube.com/channel/UCiYthJsXijeiediCfRbeOnw
+919457971925
No comments:
Post a Comment