28 Nov 2016

विवेक गीतांजलि -स्वामीजी का आह्वान

विवेक गीतांजलि -स्वामीजी का आह्वान
                     
(केदार ,मालकौंस  या भैरवी -कहरवा )

स्वामीजी सन्देश दे गए , भले बनो और भला करो।
कर्तव्यों को पूरा करते , श्रेय -मार्ग पर चला करो।

जानो जीवन नश्वर अपना ,छोड़ो सुख -सम्पद  का सपना।
आए दुर्लभ नर-तन लेकर ,महिमा निज उज्जवला करो।

राग- द्वेष मत रखना चित में ,लगे रहो नित सबके हिट में।
मोहमयी दुस्तर माया की ,उच्छेदन -श्रृंखला करो।

अपना चिर स्वरुप पहचानो ,दीन दुखी को ईश्वर जानो।
प्रीति और सेवा के शीतल ,निर्झर बनकर ढला करो।

दुख -पीड़ा पूरित जग सारा ,तोड़ो मिल 'विदेह ' यह कारा।
सबको ज्ञानालोक दिखाने ,निज मशाल हो जला करो। 

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